- वृंदावन के इस्कॉन मंदिर में होली उत्सव निरस्त, विदेशी सैलानियों को दो महीने तक न आने की सलाह
- ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में 70 देशों के विदेशी मेहमान मौजूद, एम्स की टीम कर रही है निगरानी
नितिन आर. उपाध्याय
Mar 08, 2020, 10:42 AM IST
भोपाल. कोरोनावायरस ने होली उत्सव के रंग में भंग डाल दिया है। भारत में कई जगहों पर बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी होली उत्सव देखने आते हैं। इनमें मथुरा-वृंदावन, हरिद्वार-ऋषिकेश से लेकर कर्नाटक के हम्पी तक की होली प्रसिद्ध है। हालांकि, कोरोनावायरस के डर से इन जगहों पर इस बार होली का रंग फीका ही रहने वाला है। वृंदावन के इस्कॉन मंदिर ने अपने विदेशी भक्तों के लिए एडवायडरी जारी की है कि अगले दो महीने कोई सैलानी मंदिर में न आएं। इस बार का फाग उत्सव भी निरस्त किया गया है। अगर कोई भक्त आना ही चाहता है तो उसे हेल्थ डिपार्टमेंट का सर्टिफिकेट साथ लाना होगा कि उसे किसी तरह का संक्रमण नहीं है। अन्य मंदिरों में भी अमूमन ऐसी ही स्थिति है।
हरिद्वार में गायत्री परिवार के मुख्यालय शांति कुंज में भी इस बार के होली उत्सव को निरस्त कर दिया है। यहां विदेशी सैलानियों की संख्या कम ही होती है। वहीं, कर्नाटक के हम्पी में भी इस बार होली पर पहले जैसी धूम नहीं होगी। यहां तेजी से होटल बुकिंग्स कैंसिल हो रही है। वहीं, ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन आश्रम में 70 देशों के विदेशी मेहमान इस समय मौजूद हैं। हालांकि, यहां होली उत्सव के लिए सैलानी नहीं आए हैं। 1 से 7 मार्च तक परमार्थ निकेतन में योग महोत्सव होता है। ये सभी इसी में शिरकत करने आए हैं। फिर भी ऐहतियातन यहां एम्स और अपोलो हॉस्पिटल के डॉक्टर्स की टीम निगरानी रखे हुए है। सैलानियों के लिए जगह-जगह मास्क और सैनिटाइजर रखे गए हैं।
- विदेशियों के साथ ही भारतीय पर्यटक भी कैंसिल करा रहे हैं बुकिंग
कर्नाटक के हम्पी की होली विदेशों में काफी प्रसिद्ध है। यहां पूरा शहर रंग में डूबा होता है, इसे देखने के लिए 100 से ज्यादा देशों से लोग हर साल आते हैं। यहां होली पर होटल्स में बुकिंग मिलना मुश्किल होती है। इस साल कोरोना के डर से यहां पर्यटकों की संख्या में 50% तक गिरावट आ गई है। बड़ी संख्या में लोग होटल बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं। हम्पी के लक्ष्मी हेरिटेज टूरिस्ट होटल के व्यवस्थापक थिरून जी. के मुताबिक रोज कैंसिलेशन के लिए फोन आ रहे हैं, ऑन लाइन भी बुकिंग्स कैंसिल हो रही है। होटल्स में 30 से 40% तक डिस्काउंट स्कीम चल रही है। विदेशी मेहमान तो कम आ ही रहे हैं, देशभर से आने वाले लोगों की संख्या में भारी कमी आई है। हम्पी शहर की होली काफी शानदार होती है लेकिन इस बार ये मनाई जाएगी या नहीं इसे लेकर शहरभर में संशय की स्थिति है।
- विदेशी मेहमानों से इस्कॉन में दो महीने तक ना आने की अपील
वृंदावन के श्रीकृष्ण-बलराम मंदिर, इस्कॉन में जनसंपर्क अधिकारी सौरभ दास ने वीडियो जारी कर विदेशी भक्तों से अगले दो महीने मंदिर ना आने की अपील की है। होली उत्सव को भी निरस्त कर दिया गया है। बेंगलुरु के इस्कॉन मंदिर के पीआरओ वैष्णव बंधु दास के मुताबिक कुछ दिनों में मंदिर में आने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या कम हुई है। बेंगलुरु इस्कॉन मंदिर में होली को चैतन्य महाप्रभु के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यहां होली पर मंदिर परिसर में रंगों का इस्तेमाल नहीं किया जाता।
- परमार्थ निकेतन में 70 देशों के मेहमान
ऋषिकेश में गंगा किनारे मौजूद परमार्थ निकेतन आश्रम में इन दिनों योग महोत्सव की धूम है। इसी के दौरान होली उत्सव भी मनाया गया। यहां योग महोत्सव में शामिल होने लगभग 70 देशों के 1500 से ज्यादा मेहमान मौजूद हैं। आश्रम के पीआरओ दीपक शर्मा के मुताबिक कोरोना वायरस के डर को देखते हुए आश्रम में एम्स और अपोलो जैसे समूहों के डॉक्टर्स की सेवाएं ली जा रही हैं, जो विदेशी मेहमानों की सेहत पर नजर रखे हुए हैं। योग महोत्सव के दौरान ही एक-दो दिन पहले यहां होली मना ली गई है। सूखे रंगों और प्राकृतिक तरीके से बनाए गए रंगों से ही होली खेली गई।
Discussion about this post